शनिवार, 14 मई 2011

हम यहाँ के बिना जीयब कोना

हम यहाँ के बिना जीयब कोना
यहाँ छि  हमरा दिल के कोना कोना 

किया सत्बई  छि हमरा यहाँ येना 
 हम यहाँ के बिना जीयब कोना

यहाँ हमरा स उहने प्रेम क्रैछी जेहन हम करैछी 
यहाँ मन के बाट हम बुज्हब केना

पहिले बेर जे हम देख्लौ यहाँ के त डोल्ल हमर मन के कोना कोना  
 
हम यहाँ के बिना जीयब कोना
हम यहाँ के बिना जीयब कोना


कमलेश कुमार जनकपुर (अखण )साउदी अरब   मोबएल      नम्बर >>>>  ००९६६५५२९२६५६६   

1 टिप्पणी:

  1. आफ्नै मुटु आगो बाली ताप्न सकिन ।
    छुट्टीएर जाने मन लाई गाब्न सकिन ।
    धन देख्यौ ठुलो कुरा माया चाहिनौ
    तिम्रो लागि आँफै पैसा छाप्न सकिन ।
    बिछोडले मन चर्की आँखा सधै रसिदा
    बग्ने आँसु अंन्जुलीमा थाप्न सकिन ।
    जती चोट दीयौ तिम्ले लीए सधै हाँसेर
    आसिश नै दिए मैले सराप्न सकिन ।
    नयनमा सजायार राख्न्न चाहे तिमिलाई
    भावनाको दुरी हाम्रो नाप्न सकिन ।

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