हम वो दिवाने है जो ताजा हावा लेते है
ये न पुच्छो कि उसे कितना प्यार करते है
जितना हम इस गम के सहारे जिया करते है
हम वो दिवाने है जो...................................
उसके सपने हम आज भी देखा करते है
तुम ना जानो तुन्हे कितना मिस्स किया करते है
जितना सुरज चांद को मिस्स किया करते है
हम वो दिवाने है जो............................................
तेरा पता हम लोगो से पुछा करते है
तुम कब् आवोगे लौट के राह देखा करते है
तुम नही आती हो तो हर रोज सराब मे दुबा करते है
हम वो दिवाने है जो.............................................
कमलेश कुमार
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